राष्ट्रीय अपराध जाँच ब्यूरो (NCIB) छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा सैनिक शौर्य सम्मान समारोह का हुआ आयोजन, वतन के पहरेदारों को किया सम्मानित, भारत माता की जयघोष से गूँजा शहर….


खरसिया (रायगढ़) राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो द्वारा वीर जवानों एवं अमर शहीदों का शौर्य-सम्मान समारोह स्थानीय लखीराम आडिटोरियम में आयोजित किया गया। वतन के रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों एवं के पहरेदारों के सम्मान में प्रातः 11:00 बजे विश्रामगृह से देशभक्ति के उत्साहपूर्ण गीतों के साथ रैली निकाली गई, जो प्रमुख मार्गो से होती हुई कार्यक्रम स्थल पहुंची। यह गरिमामय कार्यक्रम राष्ट्रीय अपराध जाँच ब्यूरो के प्रदेश निदेशक श्री अनंतराम साहू एवं सह निदेशक श्री उसतरम पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिले के संवेदनशील पुलिस कप्तान दीपक झा उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो (NCIB) छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विशिष्ट अतिथि पुलिस कप्तान दीपक झा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सभी देशवासियों को सैनिकों का सम्मान करना चाहिए। साथ हि देशभक्ति के पर्व 15 अगस्त का अवसर चल रहा है, ऐसे में जगह-जगह देशभक्ति गीतों के कार्यक्रम भी आयोजित करने चाहिए। वहीं जहां भी हमें अपने वतन के प्रहरी मिलते हैं, तो उनका सम्मान कर उनके प्रति कृतज्ञता प्रदर्शित करनी चाहिए। पुलिस कप्तान ने कहा कि वे अपने स्तर से सैनिक तथा सैनिक परिवारों द्वारा प्राप्त शिकायतों को अविलम्ब निस्तारण हेतु दृढ़ संकल्पित है।

राष्ट्रीय अपराध जाँच ब्यूरो के डायरेक्टर जनरल श्री सुरेश शुक्ल ने सैनिको को सम्बोधित करते हुए कहा की NCIB सदैव सैनिको एवं सैनिक परिवारों के सेवा में तत्पर है। हमारी संस्था द्वारा सैनिकों को उचित सम्मान देने हेतु जनपद स्तरीय सैनिक शौर्य सम्मान कार्यक्रम का आयोजन करके शहीद सैनिक परिवारों एवं वर्तमान एवं पूर्व सैनिको को सम्मानित किया जा रहा है।

राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस कप्तान श्री दीपक झा द्वारा लगभग 50 पूर्व एवं वर्तमान सैनिको के साथ शहीद सैनिक परिवार को प्रसस्तिपत्र प्रदान करके सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में स्थानीय लोगों, सैनिक, पूर्व सैनिक एवं शहीद सैनिक परिवारजनों के अलावा जिला में कार्यरत राष्ट्रीय अपराध जाँच ब्यूरो के कार्यकर्ताओ समेत हजारो लोग मौजूद थे।

कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु राष्ट्रीय प्रमुख श्री भरत त्रिवेदी (गुजरात), संयुक्त निदेशक श्री महेश पांडेय (झारखण्ड), उत्तर प्रदेश निदेशक श्री शरद कुमार राय, झारखण्ड निदेशक श्री दीपम बनर्जी, विपिन कुमार सिंह, मुन्ना कापरी, सुनील कुमार यादव सहित सैकड़ो स्थानीय एवं बाहरी कार्यकर्ताओ ने अपनी अहम भूमिका निभाई।

नोएडा पुलिस ने नाबालिग लड़की को 8 दिनों तक थाने में रखा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने DGP से मांगा जवाब

14 मई से 22 मई तक हिरासत में रखी गई नाबालिग. (प्रतीकात्मक फोटो)

सुप्रीम कोर्ट ने दिया मोदी सरकार को निर्देश, ऐसे राज्यों को न करें फंड का आवंटन

निर्मला कुमारी, नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए केंद्र सरकार से कहा है कि वो उन राज्यों को फंड का आवंटन न करे, जिन्होंने अभी तक घरेलू नौकरों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया है. जानकारी के मुताबिक देश में करीब 48 लाख घरेलू नौकर हैं, जिनमें एक बड़ी तादाद करीब 30 लाख की महिलाओं की है. लेकिन, ये असंगठित क्षेत्र अभी तक सामाजिक सुरक्षा कवर के दायरे में ना आ पाने के चलते सामाजिक सुविधाओं से वंचित हैं. कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सोशल सिक्योरिटी एक्ट 2008 के तहत घरेलू नौकरों के रजिस्ट्रेशन को लेकर उठाये गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी है. साथ ही कहा है कि ये राज्यों के चीफ सेक्रेटरी और प्रशासनिक विभागों के मुख्य सेक्रेटरी की जिम्मेदारी बनती है कि वो कोर्ट के दिये आदेश के मुताबिक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें.

नेशनल सोशल सिक्योरिटी बोर्ड गठित करने का था आदेश

पिछले साल मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को एक्ट के मुताबिक, तीन महीने के अंदर नेशनल सोशल सिक्योरिटी बोर्ड गठित करने का आदेश दिया था. मई 2017 में सरकार ने बोर्ड भी बना दिया. अगस्त 2017 में कोर्ट ने बोर्ड से वर्कर्स के रजिस्ट्रेशन और उन्हें समाजिक लाभ प्रदान करने को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में रिपोर्ट तलब की थी. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कोर्ट ने दिल्ली सरकार को घरेलू नौकरों का सोशल सिक्योरिटी एक्ट 2008 के तहत रजिस्ट्रेशन कराने का आदेश दिया था.

8 अगस्त को होगी मामले की अगली सुनवाई

इसी साल फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय श्रम सचिव को फरवरी 2018 से रजिस्ट्रेशन प्रकिया को सुनिश्चित करने का आदेश दिया था साथ ही कहा था कि इन कामगारों को पहचान पत्र और सामाजिक सुविधाओं जा फायदा दिया जाए. कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पक्षकार बनाते हुए केंद्रीय श्रम सचिव से 15 मई तक रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था. बहरहाल, अब सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को रजिस्ट्रेशन न करने वाले राज्यों को फंड का आंवटन न करने का निर्देश दिया है. मामले की अगली सुनवाई अब 8 अगस्त को होगी.

 

गुजरात: महिला को 12 लोगों ने मिलकर बनाया हवस का शिकार

गुजरात के बनासकांठा जिले के पालनपुर इलाके में 12 लोगों ने एक महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है. पीड़ित महिला की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 सहित संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है. इस मामले की जांच की जा रही है.

उप निरीक्षक वी आर पटेल ने बताया कि गुजरात के बनासकांठा जिले के पालनपुर तालुका के एक गांव की निवासी 35 वर्षीय पीड़िता ने बीती रात गढ़ पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई है कि उसके साथ 12 लोगों ने मिलकर गैंगरेप किया है. वह सभी आरोपियों को जानती है. आरोपियों की तलाश की जा रही है.

पीड़ित महिला ने बताया कि वह तीन बच्चों की मां है. उसका पति मुंबई में काम करता है. चार आरोपियों ने उसे उसके घर से अपहरण कर लिया था. इसके बाद उसे चाकू की नोंक पर पाटन जिले के एक गांव में ले जाया गया था. वहां 12 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया. किसी तरह वह वहां से भागी.

बताते चलें कि गुजरात में महिलाओं के खिलाफ होने वाली वारदात में तेजी से इजाफा हुए है. हाल ही में दाहोद जिले में दो लड़कियों से गैंगरेप की सनसनीखेज वारदात सामने आई थी. आरोपियों ने वारदात के बाद इनमें से एक लड़की की हत्या कर दी थी. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.

बताया गया था कि 9 और 16 साल की दो लड़कियां लिमडी थानांतर्गत एक गांव में शादी समारोह में हिस्सा लेने गयी थीं. दोनों रात में वहीं ठहरी थी. दोनों लड़कियां रिश्ते में बहन थीं. दोनों रात में शौच करने गयी थीं. इसी दौरान उनसे गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया. 9 वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी गई.

पुलिस ने बताया कि मृत बच्ची का शव अगले दिन सुबह मिला. मृतक बच्ची के पिता ने लिमडी थाने में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने शादी में हिस्सा लेने वाले तीन फोटोग्राफरों पर घटना में संलिप्त होने का शक जाहिर किया था. पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था.

पुलिस ने जांच के बाद राजस्थान के बांसवाड़ा के रहने वाले कल्पेश कटारिया के साथ दाहोद के निवासियों मेहुल अमलियार और सुनील गड़ेशिया को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने 16 वर्षीय बच्ची से गैंगरेप किया. दूसरे गैंगरेप के बाद हत्या कर दी थी.

चीन के बाद PAK की बारी, तैयार है महासेना… जवान बोले-अब POK से कराची तक लहराएंगे तिरंगा

New Delhi: Army Chief जनरल बिपिन रात जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं। इस दौरान रावत भारत-पाकिस्तान सीमा यानी LoC का दौरा भी करेंगे। बताया जा रहा है कि हाल ही में Pakistan की ओर से लगातार तोड़े जा रहे सीजफायर का भारतीय सेना करारा जवाब देने का मन बना चुकी है। खबर है कि भारतीय सेना अब Pakistan की कोई हरकत बरर्दाश्त नहीं करेगी।

बताया जा रहा है कि हाल ही के दिनों ने सीमा से सटे स्कूलों को निशाना बनाकर पाक की तरफ से की गई फायरिंग पर सरकार ने बेहद सख्त रुख अपना लिया है। कहा जा रहा है कि अगर Pakistan की तरफ से अब एक भी गोली चली तो भारतीय सेना कोई भी बड़ा एक्शन लेने से पीछे नहीं हटेगी, चाहे वो सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर पाकिस्तानी सीमा में घुसकर दुश्मन को खत्म करने की कार्रवाई।

खुली छूट मिलने पर कुछ जवानों का कहना है कि अब तो PoK भी हम वापस हासिल करके रहेंगे, जहां Pakistan अवैध कब्जा करे बैठा है। एक जवान ने कहा कि ऑर्डर मिले तो हम कराची में तिरंगा लहराकर ही लौटेंगे, हमारी सेना बहुत मजबूत है और Pak सेना उसके सामने कहीं भी नहीं टिकती।

सूत्रों के अनुसार जनरल रावत LoC की फारवर्ड पोस्टों का दौरा करेंगे और मौजूदा स्थिति का जायजा लेंगे। हाल ही में भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में अपने कई जवानों की मौत के बाद पाकिस्तानी पोस्टों पर शांति बनी हुई है। हालांकि, भारतीय सेना किसी भी समय Pakistan को माकूल जवाब देने के लिए तैयार है।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि जनरल रावत इस दौरान सुरक्षा से संबंधित एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे और उसके बाद राजौरी और पुंछ में LoC की फारवर्ड पोस्टों का दौरा करेंगे। हांलाकि एलओसी पर पिछले चार दिनों से कोई गोलीबारी नहीं हुई है और माहौल फिलहाल शांत है। भारत का आरोप है कि पाकिस्तान बिना उकसावे के गोलीबारी करता आ रहा है। पाक रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर गोलीबारी करता रहा है औश्र इस बार

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