तमिलनाडु की दवा कंपनी में हुई लापरवाही पर दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही : उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल

कफ सिरप निर्माताओं की करें सघन जांच

मध्यप्रदेश सरकार के अनुरोध पर डीईजी और ईजी परीक्षण जनरल मोनोग्राफ में शामिल

दवा निर्माण में रसायनों की अनिवार्य जांच होगी सुनिश्चित

औषधि निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने ड्रग मॉनिटरिंग

इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन का मसौदा शीघ्र होगा तैयार

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन व्यवस्था की वृहद समीक्षा की

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने निवास कार्यालय भोपाल में खाद्य एवं औषधि प्रशासन व्यवस्था की वृहद समीक्षा की। उन्होंने छिंदवाड़ा की दुखद घटना पर की जा रही कार्रवाई की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु शासन एवं प्रशासन से सतत संपर्क में रहकर दोषियों सख्त कार्यवाही चिन्हांकन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर अपराध है जिसमें मध्यप्रदेश ने अपने अनमोल चिराग़ों को खोया है। इस घटना में लिप्त निजी कंपनी के कर्मचारियों के साथ-साथ ऐसे अधिकारी जिन्होंने जांच में कोताही बरती है, उन पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने निर्देश दिए कि घटना में तथ्यात्मक और प्रक्रियात्मक त्रुटियों को स्पष्ट करते हुए संबंधित अधिकारियों की भूमिका का स्पष्ट चिन्हांकन कर तमिलनाडु शासन को पत्राचार कर अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में कठोर कार्यवाही नितांत आवश्यक है जिससे दोषियों पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित हो। साथ ही अन्य ड्रग मैन्युफैक्चरर सजग हों और नियमों का पालन सुनिश्चित हो।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने व्यापक पैमाने पर अभियान चलाकर सीडीएससीओ के साथ संयुक्त रूप से मध्यप्रदेश के कफ सिरप निर्माताओं की सघन जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि औषधियों की गुणवत्ता, विक्रय व्यवस्था और कोडीन आधारित दवाओं के दुरुपयोग के नियंत्रण के लिए नियमों का सख्त पालन सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्रीय औषधि नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की संयुक्त जांच में कोल्ड्रिफ़ सिरप, रिलाइफ़ सिरप और रिस्पीफ़्रेश टीआर सिरप की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई है। इन उत्पादों की बिक्री, स्टॉक और जब्ती संबंधी कार्यवाही की दैनिक मॉनिटरिंग करें।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार ने डायथाइलीन ग्लाइकोल और इथिलीन ग्लाइकोल के परीक्षण को इंडियन फार्माकोपिया के जनरल मोनोग्राफ में शामिल कर लिया है, जिससे दवा निर्माण में इन रसायनों की अनिवार्य जांच सुनिश्चित होगी। कोडीन आधारित औषधियों की बिक्री पर नियंत्रण के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अब सी एंड एफ एजेंसी से होलसेलर को अधिकतम 1000 बॉटल्स और होलसेलर से रिटेलर को अधिकतम 50 बॉटल्स प्रति माह से अधिक बिक्री की सूचना औषधि निरीक्षक को देना अनिवार्य होगा। साथ ही, कोडीन युक्त दवाओं की बिक्री केवल पंजीकृत चिकित्सक के पर्चे पर ही की जा सकेगी।

शेड्यूल औषधियों की बिक्री केवल पंजीकृत फार्मासिस्ट की उपस्थिति

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि शेड्यूल औषधियों की बिक्री केवल पंजीकृत फार्मासिस्ट की उपस्थिति में ही की जाए। बिना फार्मासिस्ट के बिक्री पाए जाने पर कठोर कार्रवाई करें। सभी दवा विक्रेता बिक्री रजिस्टर में चिकित्सक का नाम, पर्चे की तिथि, रोगी का विवरण और अन्य प्रावधानों का पालन करें। उन्होंने कहा कि कार्रवाई का उद्देश्य दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना, दुरुपयोग पर रोक लगाना और नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है।

औषधि निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने ड्रग मॉनिटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन का मसौदा शीघ्र करें तैयार

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने निर्देश दिए कि औषधि गुणवत्ता नियंत्रण आधारभूत संरचनाओं, लैब और मैनपावर को सशक्त किया जाये जिससे शीघ्र टेस्टिंग सुनिश्चित की जा सके। राज्य में औषधि निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ड्रग मॉनिटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन योजना के मसौदे को शीघ्र अंतिम रूप देने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। इस योजना में भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर स्थित राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं का उन्नयन और सभी प्रयोगशालाओं में माइक्रोबायोलॉजी व स्टरलिटी लैब स्थापित की जाएंगी।

प्रयोगशालाओं में अत्याधुनिक उपकरण जैसे एचपीएलसी, जीएलसी, जीसीएमएसएम, एलसीएमएस, आईआर, यूवी, डिसॉलूशन टेस्टर और डिज़िंटीग्रेशन टेस्टर लगाए जाएंगे। सभी प्रयोगशालाओं को एनएबीएल मान्यता की कार्यवाही भी जाएगी। संपूर्ण राज्य में डेटा एंट्री ऑपरेटर, सैंपलिंग असिस्टेंट, एनालिस्ट, केमिस्ट, लैब असिस्टेंट आदि नए पद सृजित किए जाएंगे। साथ ही कानूनी एवं प्रोजेक्ट प्रबंधन इकाई और एन्फोर्समेंट सेल की स्थापना की जाएगी, जिससे प्रवर्तन, निगरानी और त्वरित कार्रवाई की क्षमता बढ़ेगी। फील्ड स्तर पर पोर्टेबल हैंडहेल्ड डिवाइसेस से औषधियों की गुणवत्ता की त्वरित जांच सुनिश्चित होगी, जबकि नियमित प्रशिक्षण और ई-लर्निंग प्रोग्राम से अधिकारियों की दक्षता में वृद्धि होगी। बैठक में प्रमुख सचिव संदीप यादव, संचालक स्वास्थ्य एवं औषधि नियंत्रक दिनेश श्रीवास्तव सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

वरिष्ठ भाजपा नेता एवं मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल जी व पूर्व राज्यमंत्री श्री जालम सिंह पटेल जी की पूज्य माताजी श्रीमती यशोदा पटेल जी के देवलोकगमन उपरांत आज नरसिंहपुर जिले के गोटेगाँव स्थित उनके निवास पहुँचकर दिवंगत पुण्यात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं शोक संवेदना व्यक्त की।

ईश्वर से प्रार्थना है कि पूज्य माताजी की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।

23वे रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन

23वे रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन दहीलाही समापन समारोह पर लगभग 43 रक्त वीरों ने किया रक्तदान
मप्र जन अभियान परिषद नवांकुर संस्था युथ ऑफ़ सौसर एसोसिएशन
ग्राम बेरडी मे अखंड हरिनाम सप्ताह समिति बेरडी के संयुक्त तत्वाधान में हुआ आयोजन
शहीद दिवस की उपलक्ष्य में 2021मे रक्तदान शिविर लगवाने के लिए नीफा संस्था के माध्यम से सामाजिक नवांकुर संस्था युथ ऑफ सौसर एसोसिएशन का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लन्दन में दर्ज हुआ तथा वर्ल्ड एक्सीलेंस अवार्ड लंदन के द्वारा भारत मंडपम में सम्मानित किया गया है
युथ ऑफ सौसर ने 15 अगस्त 2020 में की थी रक्तदान करने की शुरुआत
युथ ऑफ सौसर एसोसिएशन के सदस्य द्वारा रक्तदान शिविर की पहल की जा रही है ताकि जनजागृती और सामाजिक धार्मिक आयोजनों में ऐसे शिविर आयोजित करने का संदेश दिया जा रहा हैँ अभी तक शिविर के माध्यम से प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1800 लोगों तक रक्त पहुंचाने कार्य किया है
रक्तदान शिविर का शुभारंभ वृक्ष मित्र अरुण गुरुजी ठाकरे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ शुक्ला मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के विकासखंड अधिकारी श्री अनिल बोबडे सर के मार्गदर्शन मे संपन्न हुआ शिविर
आपातकालीन स्थिति में मरीजों गर्भवती महिलाएं सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित और एक्सीडेंट केस में रक्त की कमी होती है वहां रक्त समूह उपलब्ध नहीं हो पाते ऐसे में सरकारी अस्पताल सौसर और जिला अस्पताल मे युथ ऑफ सौसर इस रक्तदान शिविर में हमेशा साथ देते हैं
बेरडी मे दहिलाही समापन समारोह के शुभ अवसर पर रक्तदान के इस शिविर में 43 रक्तवीरों ने ग्राम पंचायत बेरडी के सचिव दिनेश पिंपलकर द यूनिटी महिला अर्बन संस्था के सीईओ श्री सुमेध चनकापुरे शाखा प्रबंधक राहुल वानखेडे राहुल पेजे मधु कुमरे भीमरत्न लोखंडे संस्था के सदस्य सदस्य निलेश गाडगे संदीप घोडसे हेमंत हिवरकर विवेक टेम्भे रमेश जैवार देवेश धुर्वे गगन धुर्वे विक्की चौहान रोशन मते सोहेल शेख प्रतीक खंडाईत अक्षय बावने सूरज जाधव हेमराज बेंडे राजू परतेति नितेश राऊत कार्तिक करमरकर तथा दो नारीशक्ति तथा 12 अन्य रक्तवीरों के द्वारा भी रक्तदान किया
संस्था के द्वारा रक्तदान महादान जीवन को सार्थक करने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं
युथ ऑफ सौसर की सराहना करते हुए अखंड हरि नाम सप्ताह समिति के वरिष्ठ सदस्यों श्री राधेश्याम सुधा जी संजय जी रूँघे ने रक्तवीरो को आभार व्यक्त कर शुभकामनाएं दी इस कार्य को पूर्ण करने के लिए युथ ऑफ सौसर एसोसिएशन के संस्था के अध्यक्ष योगेश सोमकुंवर सचिव गोपाल कोठे दिनेश पाटिल पंकज रंगारे किशोर भानगे वैशाली शेंडे

23वे रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन दहीलाही समापन समारोह पर लगभग 43 रक्त वीरों ने किया रक्तदान मप्र जन अभियान परिषद नवांकुर संस्था युथ ऑफ़ सौसर एसोसिएशन ग्राम बेरडी मे अखंड हरिनाम सप्ताह समिति बेरडी के संयुक्त तत्वाधान में हुआ आयोजन शहीद दिवस की उपलक्ष्य में 2021मे रक्तदान शिविर लगवाने के लिए नीफा संस्था के माध्यम से सामाजिक नवांकुर संस्था युथ ऑफ सौसर एसोसिएशन का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लन्दन में दर्ज हुआ तथा वर्ल्ड एक्सीलेंस अवार्ड लंदन के द्वारा भारत मंडपम में सम्मानित किया गया है युथ ऑफ सौसर ने 15 अगस्त 2020 में की थी रक्तदान करने की शुरुआत युथ ऑफ सौसर एसोसिएशन के सदस्य द्वारा रक्तदान शिविर की पहल की जा रही है ताकि जनजागृती और सामाजिक धार्मिक आयोजनों में ऐसे शिविर आयोजित करने का संदेश दिया जा रहा हैँ अभी तक शिविर के माध्यम से प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1800 लोगों तक रक्त पहुंचाने कार्य किया है रक्तदान शिविर का शुभारंभ वृक्ष मित्र अरुण गुरुजी ठाकरे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ शुक्ला मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के विकासखंड अधिकारी श्री अनिल बोबडे सर के मार्गदर्शन मे संपन्न हुआ शिविर आपातकालीन स्थिति में मरीजों गर्भवती महिलाएं सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित और एक्सीडेंट केस में रक्त की कमी होती है वहां रक्त समूह उपलब्ध नहीं हो पाते ऐसे में सरकारी अस्पताल सौसर और जिला अस्पताल मे युथ ऑफ सौसर इस रक्तदान शिविर में हमेशा साथ देते हैं बेरडी मे दहिलाही समापन समारोह के शुभ अवसर पर रक्तदान के इस शिविर में 43 रक्तवीरों ने ग्राम पंचायत बेरडी के सचिव दिनेश पिंपलकर द यूनिटी महिला अर्बन संस्था के सीईओ श्री सुमेध चनकापुरे शाखा प्रबंधक राहुल वानखेडे राहुल पेजे मधु कुमरे भीमरत्न लोखंडे संस्था के सदस्य सदस्य निलेश गाडगे संदीप घोडसे हेमंत हिवरकर विवेक टेम्भे रमेश जैवार देवेश धुर्वे गगन धुर्वे विक्की चौहान रोशन मते सोहेल शेख प्रतीक खंडाईत अक्षय बावने सूरज जाधव हेमराज बेंडे राजू परतेति नितेश राऊत कार्तिक करमरकर तथा दो नारीशक्ति तथा 12 अन्य रक्तवीरों के द्वारा भी रक्तदान किया संस्था के द्वारा रक्तदान महादान जीवन को सार्थक करने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं युथ ऑफ सौसर की सराहना करते हुए अखंड हरि नाम सप्ताह समिति के वरिष्ठ सदस्यों श्री राधेश्याम सुधा जी संजय जी रूँघे ने रक्तवीरो को आभार व्यक्त कर शुभकामनाएं दी इस कार्य को पूर्ण करने के लिए युथ ऑफ सौसर एसोसिएशन के संस्था के अध्यक्ष योगेश सोमकुंवर सचिव गोपाल कोठे दिनेश पाटिल पंकज रंगारे किशोर भानगे वैशाली शेंडे

कोल्हापूर जिल्ह्यातील निवासी शाळेच्या होस्टेलमध्ये विद्यार्थ्यांच्या वर्चस्ववादातून दोन गटांमध्ये हाणामारी

कोल्हापूर : जिल्ह्यातील हातकणंगले तालुक्यातील तळसंदे येथील शामराव पाटील निवासी व अनिवासी शिक्षण संस्थेत वर्चस्व वादातून विद्यार्थांच्या दोन गटात हाणामारी झाली. शाळेच्या आवारात झालेल्या या राड्याचा व्हिडिओ सोशल मीडियावर मोठ्या प्रमाणात व्हायरल झाला आहे. या हाणामारीनंतर रेक्टर राहुल कोळी यांनी दहावीच्या विद्यार्थ्याला पाईपने बेदम मारहाण केल्याची धक्कादायक घटना घडली. या प्रकरणी आरोपी रेक्टरविरुद्ध पेठ वडगाव पोलिस ठाण्यात गुन्हा दाखल करण्यात आला आहे.
मिळालेल्या माहितीनुसार, जखमी विद्यार्थी इयत्ता दहावीमध्ये शिक्षण घेत असून हॉस्टेलमध्येच राहतो. ७ ऑक्टोबर रोजी संध्याकाळी शाळेत एक मुलगा व त्याचे दोन वर्गमित्रांमध्ये किरकोळ कारणावरून वाद झाला होता. हा वाद वर्चस्व वादातून झाल्याचे समजते. यामध्ये क्रिकेटची बॅट तसेच लाथाबुक्यांनी प्रचंड मारहाण होत असल्याचा व्हीडीओ व्हायरल झाला आहे. मारहाण होताना विद्यार्थी जिवाच्या आकांताने ओरडत असल्याचे ही दिसून आले.
दरम्यान, या वादाची माहिती मिळताच रेक्टर कोळी यांनी दोन्ही विद्यार्थ्यांना ताकीद देऊन सोडून दिले होते. मात्र, याच वादाचा राग मनात धरून रेक्टर कोळी याने दुसऱ्याच दिवशी विद्यार्थ्याला मारहाण केल्याचे समोर आले आहे. संध्याकाळी पीटी परेडच्या वेळी रेक्टर कोळी यांनी जखमी विद्यार्थ्याला सर्वांसमोर स्टेजवर बोलावून घेतले. त्यानंतर त्यांच्या हातातील पीव्हीसी पाईपने विद्यार्थ्याच्या पार्श्वभागावर तसेच डोक्यावर मारहाण केली. या मारहाणीमुळे विद्यार्थ्याला तत्काळ वैद्यकीय उपचारासाठी रुग्णालयात दाखल करण्यात आले.
घटनेनंतर विद्यार्थ्याच्या कुटुंबीयांनी शाळा प्रशासनाशी संपर्क साधला. मात्र, समाधानकारक उत्तर न मिळाल्याने फिर्यादी पालकांनी पेठ वडगाव पोलिस ठाण्यात तक्रार दाखल केली. पोलिसांनी तक्रारीची नोंद घेत आरोपी रेक्टर कोळी विरुद्ध संबंधित कलमांनुसार गुन्हा दाखल केला आहे. याप्रकरणी पोलिसांनी तपास सुरू केला असून, विद्यार्थ्याच्या सुरक्षिततेबाबत पालकांमध्ये संतापाचे वातावरण निर्माण झाले आहे.
या प्रकरणामुळे परिसरात एकच खळबळ उडाली असून, अल्पवयीन विद्यार्थ्यावर शिक्षकानेच हात उचलल्याने पालकांमध्ये रोष निर्माण झाला आहे. भविष्यात अशा घटना पुन्हा घडू नयेत यासाठी रेक्टरवर कठोर कारवाई करावी, अशी मागणी स्थानिक नागरिकांकडून होत आहे. पोलिसांनी या प्रकरणी प्राथमिक तपास सुरू केला असून विद्यार्थ्याचे वैद्यकीय अहवाल, साक्षीदारांचे जबाब व शाळेतील सीसीटीव्ही फूटेज तपासण्यात येणार आहे. या हाणामारीनंतर रेक्टर राहुल कोळी यांनी दहावीच्या विद्यार्थ्याला पाईपने बेदम मारहाण केल्याची धक्कादायक घटना घडली. या प्रकरणी आरोपी रेक्टरविरुद्ध पेठ वडगाव पोलिस ठाण्यात गुन्हा दाखल करण्यात आला आहे.
या घटनेचा पुढील तपास सहायक पोलिस निरीक्षक पवार करत आहेत.

मनाचे श्लोक’ नावाचा चित्रपट म्हणजे संत वाड्मयाचा अपमान ! चित्रपटाचे नाव न बदलल्यास हिंदू समाज चित्रपट प्रदर्शित होऊ देणार नाही ! – हिंदु जनजागृती समितीचा इशारा


मुंबई : राष्ट्रसंत श्री समर्थ रामदास स्वामी महाराज यांनी रचलेल्या ‘मनाचे श्लोक’ या पवित्र धार्मिक ग्रंथाच्या नावाचा वापर करून त्याच नावाने मराठी चित्रपटाची निर्मिती करणे, हा हिंदूंच्या श्रद्धेचा बाजार मांडण्यासारखे आहे. हा समर्थ रामदासस्वामींचा अपमानच आहे. उच्चतम नैतिक मूल्ये शिकवणाऱ्या ग्रंथाचे नाव केवळ मनोरंजन, व्यावसायिक लाभ आणि सवंग प्रसिद्धीसाठी वापरणे, हा कोट्यवधी श्रीरामभक्तांच्या आणि समर्थभक्तांच्या धार्मिक भावना पायदळी तुडवण्याचा प्रकार आहे. संतपरंपरेचा हा अपमान हिंदू समाज कदापि सहन करणार नाही. जर या चित्रपटाचे नाव तात्काळ बदलले नाही, तर हिंदू समाज रस्त्यावर उतरून आंदोलन करेल आणि चित्रपट प्रदर्शित होऊ देणार नाही. शासन आणि सेन्सॉर बोर्डाने याची तातडीने गंभीर दखल घेऊन “मनाचे श्लोक” हे पवित्र नाव चित्रपटाच्या शीर्षकातून हटवण्यासाठी आवश्यक कार्यवाही करावी, अशी मागणी हिंदु जनजागृती समितीचे महाराष्ट्र आणि छत्तीसगड राज्य संघटक श्री. सुनील घनवट यांनी केली आहे.


श्री. सुनील घनवट पुढे म्हणाले की,”या संदर्भात समितीच्या वतीने शासन व सेन्सॉर बोर्डाला निवेदन देण्यात येणार असून, संबंधितांना कायदेशीर नोटीसही पाठवली जाईल. अभिव्यक्ती स्वातंत्र्याच्या नावाखाली कोणी कुराण किंवा बायबल यांसारख्या धार्मिक ग्रंथांची नावे वापरून चित्रपट बनवण्याचे धाडस करेल का? आणि जरी केले, तरी सेन्सॉर बोर्ड त्याला परवानगी देईल का? मग केवळ हिंदूंच्याच धार्मिक भावना वारंवार का दुखावल्या जातात? यापूर्वी ‘द डा विंची कोड’ आणि ‘विश्वरूपम’ यांसारख्या चित्रपटांमुळे अनुक्रमे ख्रिस्ती व मुस्लिम धर्मीयांच्या भावना दुखावल्याने अनेक राज्यांत त्यांच्या प्रदर्शनावर बंदी घालण्यात आली होती. या चित्रपटाच्या बाबतीतही कायदा-सुव्यवस्थेचा प्रश्न निर्माण झाल्यास त्याला सर्वस्वी चित्रपट निर्माते, दिग्दर्शक आणि सेन्सॉर बोर्ड जबाबदार असतील.”

श्री. घनवट पुढे म्हणाले, ‘‘सर्वोच्च न्यायालयाने लाल बाबू प्रियदर्शी विरुद्ध अमृतपाल सिंग [(2015) 16 SCC 795] या खटल्यात स्पष्ट केले आहे की, ‘रामायण’सारख्या पवित्र ग्रंथांच्या नावांचा वापर व्यावसायिक फायद्यासाठी मक्तेदारी म्हणून करता येत नाही. या तत्त्वानुसार ‘मनाचे श्लोक’ हे नाव चित्रपटासाठी वापरणे कायद्याच्या आणि नैतिकतेच्या विरोधात आहे. भारतीय न्याय संहिता (BNS) कलम २९९ नुसार हेतुपुरस्सर धार्मिक भावना दुखावणे हा एक गंभीर, दखलपात्र आणि अजामीनपात्र गुन्हा आहे; तसेच सिनेमॅटोग्राफ कायदा १९५२च्या कलम ५-ब नुसार सामाजिक सलोखा आणि नैतिकता धोक्यात आणणाऱ्या कोणत्याही चित्रपटाला प्रमाणपत्र न देण्याची जबाबदारी सेन्सॉर बोर्डाची आहे.’’

शेवटी श्री. घनवट यांनी म्हटले की, ‘मनाचे श्लोक’ हे शीर्षक चित्रपटातून त्वरित आणि बिनशर्त मागे घ्यावे. केंद्र आणि राज्य शासनाने भविष्यात अशा प्रकारे धार्मिक प्रतीकांचा गैरवापर रोखण्यासाठी कठोर कायदा करावा अशी माहिती.
श्री. सुनील घनवट,
राज्य संघटक, महाराष्ट्र आणि छत्तीसगड,
हिंदु जनजागृती समिती यांनी दिली.



हिंदू जन संघर्ष समिती, कोल्हापूर” यांच्यावतीने कोल्हापूर महानगर पालिका आयुक्तांना दिले विविध मागण्यांचे निवेदन

कोल्हापूर : कोल्हापूर शहरातील रस्त्यांची दुरवस्था – नागरिकांच्या आरोग्य, सुरक्षितता व जनतेच्या कररुपी पैशांचा अपव्यय याविषयी मागणीपत्र.“हिंदू जन संघर्ष समिती, कोल्हापूर” यांच्यावतीने महानगरपालिका आयुक्त
कार्यालयास हे निवेदन देण्यात आले. सध्या कोल्हापूर शहरातील रस्त्यांची परिस्थिती भयावह झालेली आहे. शहरातील प्रमुख व आंतररस्त्यांवर प्रचंड खड्डे, उखडलेला डांबर, पावसाळ्यात साचलेले पाणी आणि आता पावसाळ्यानंतर सर्वत्र उडणारी धूळ यामुळे नागरिकांचे दैनंदिन जीवन अक्षरशः संकटात आले आहे.

या रस्त्यांमुळे झालेल्या अपघातांमध्ये अनेकांना गंभीर दुखापती, कायमचे अपंगत्व व मृत्यू देखील ओढवले आहेत.धुळीमुळे श्वसनाचे आजार मोठ्या प्रमाणात वाढले असून, मुलांपासून ते ज्येष्ठांपर्यंत सर्वांचा जीव धोक्यात आला आहे.कोल्हापूर महानगरपालिकेच्या हद्दीत एवढ्या मोठ्या प्रमाणात कर आकारणी केली जाते, परंतु त्यातून होणाऱ्या विकासकामांचा दर्जा अत्यंत निकृष्ट असून नागरिकांचे कराचे पैसे वाया जात आहेत.


⚖️ कायदेशीर व सार्वजनिक हिताचा आधारा बाबत ही माहिती त्यानी दिली
1. भारतीय संविधानातील अनुच्छेद 21 – नागरिकांना “सुरक्षित व आरोग्यदायी जीवनाचा अधिकार” आहे
2. महाराष्ट्र महानगरपालिका कायद्यानुसार शहरातील रस्त्यांची देखभाल ही महानगरपालिकेची कायद्याने बंधनकारक जबाबदारी आहे.
3. करदात्यांचे पैसे खर्च करून केलेली कामे ही दर्जेदार असणे आवश्यक असून, पारदर्शकता व जबाबदारी ही लोकशाहीतील मूलभूत अपेक्षा आहे.
तसेच त्यानी ठोस मागण्या ही पुढील प्रमाणे केलेल्या आहेत
कृपया पुढील माहिती ७ ते १५ दिवसांच्या आत लेखी स्वरूपात तसेच ई-मेलवर उपलब्ध करून द्यावी –
1. मागील ३ वर्षांत (२०२२–२०२५) नव्याने बनविलेले / डांबरीकरण / दुरुस्ती केलेले सर्व रस्त्यांची यादी.
2. प्रत्येक रस्त्याच्या कामासाठी जारी करण्यात आलेल्या वर्क ऑर्डरची प्रत.
3. संबंधित काम करणाऱ्या ठेकेदारांची संपूर्ण माहिती (नाव, पत्ता, परवाना इ.).
4. प्रत्येक रस्त्यासाठी मंजूर व खर्च केलेला निधी व त्याचा स्रोत (फंड/योजना).
5. सदर कामांचे निरीक्षण अहवाल (Inspection Reports) असल्यास त्यांची प्रत.
6. प्रलंबित व मंजूर रस्ते कामांची अद्ययावत यादी.
तसेच सदरच्या मागण्या मान्य नाही झाल्यास त्यांनी इशाराही दिला आहे जर ही माहिती व कागदपत्रे लवकर उपलब्ध करून दिली नाहीत तर आम्हाला माहिती अधिकार कायदा 2005 चा वापर करून सर्व माहिती मागवावी लागेल. तसेच पुढील टप्प्यात आम्ही लोकायुक्त, ACB, ग्राहक न्याय मंच, न्यायालय व जनआंदोलन यांचा मार्ग अवलंब करू.तसेच त्यांनी आम जनतेला ही आवाज उठवण्याचे आवाहन केले आहे
तसेच बोलताना त्यांनी शहरातील प्रत्येक नागरिक आपले वेळेवर कर भरतो. हेच पैसे रस्त्यांच्या दुरुस्तीसाठी व विकासासाठी खर्च केले जाणे अपेक्षित आहे. पण सध्या रस्त्यांची झालेली दुर्दशा हा जनतेच्या विश्वासघात झाल्याचे त्यानी स्पष्ट केले आहेस्पष्ट आहे. म्हणूनच नागरिकांच्या हक्कासाठी हे निवेदनअतिरिक्त आयुक्त शिल्पा दरेकर, शहर अभियंता रमेश मस्कर यांना सदरचे निवेदन देण्यात आल्याची माहिती
हिंदू जनसंघर्ष समिती, कोल्हापूर अध्यक्ष अभिजीत पाटील यांनी दिली

छिन्दवाड़ा जिले में 22 सितंबर को अग्रसेन जयंती के अवसर पर स्थानीय अवकाश घोषित

कार्यालयीन आदेश 30 दिसंबर 2024 के अनुसार छिन्दवाड़ा जिले में 27 अगस्त 2025 बुधवार को गणेश चतुर्थी सहित तीन स्थानीय अवकाश घोषित किये गये थे। मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय भोपाल की अधिसूचना 26 अगस्त 2025 व्दारा 27 अगस्त 2025 बुधवार को गणेश चतुर्थी पर संपूर्ण मध्यप्रदेश में सामान्य अवकाश घोषित किया गया था।
उपरोक्त के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह द्वारा कार्यालयीन आदेश 30 दिसंबर 2024 में आंशिक संशोधन करते हुए, 27 अगस्त 2025 बुधवार गणेश चतुर्थी के स्थान पर 22 सितंबर 2025 दिन सोमवार को अग्रसेन जयंती का स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है।

प्रेस विज्ञप्ति

सौसर के कांग्रेस विधायक विजय चौरे ने किया स्वेच्छानुदान में भ्रष्टाचार !

गरीबी का कारण देकर स्वयं के निज सहायक ए वं उसके परिवार के नाम पर किया लाखो रूपये का ग़बन !

पांढुर्णा/ सौसर -20 सितंबर 2025– भारतीय जनता पार्टी जिला पांढुर्णा ने आज एक महत्वपूर्ण पत्रकार वार्ता के माध्यम से सौसर के कांग्रेस विधायक विजय चौरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी स्वेच्छानुदान राशि में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा किया है।

पत्रकार वार्ता को प्रमुख रूप से संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी पांढुर्णा जिला अध्यक्ष संदीप मोहोड़ , भारतीय जनता पार्टी छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष श्री शेषराव यादव , प्रदेश प्रवक्ता अजय धवले , पूर्व जिलाध्यक्ष श्री नरेंद्र परमार, युवा नेता राहुल मोहोड़ ने बताया कि विधायक विजय चौरे ने अपनी स्वेच्छानुदान निधि का दुरुपयोग करते हुए लाखों रुपए अपने निजी सहायक (PA) चंद्रशेखर गणोरकर , निज सहायक की पत्नी , भाई एवं अन्य परिवार के सदस्यों के खातों में नाम बदल -बदलकर आवंटित करवाए हैं। इसके अलावा कई भुगतान आयकर दाता दुकानदारों के खाते में भी कराए है। जो नियम विरुद्ध है। विधायक ने सीमेंट, मोबाईल, खाद बीज से लेकर कई दुकानदारों को भुगतान किया हैं। वहीं कुछ भुगतान मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के अन्य जिलों के लोगों के खातों में भी किया गया है।

विधायक चौरे ने स्वेच्छानुदान निधि का उपयोग जनसेवा के बजाय अपने निजी सहायक और उनके परिवार के सदस्यों को अनुचित लाभ पहुँचाने के लिए किया है।

वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता एवं पूर्व उपसरपंच मुन्ना कलाम द्वारा सूचना के अधिकार (RTI) के तहत प्राप्त जानकारी से यह खुलासा हुआ है कि 11 अप्रैल 2023 से 06 मार्च 2025 के बीच, विधायक की अनुशंसा पर उनके निजी सहायक और उनके परिजनों को कुल 17.50 लाख रूपये की स्वेच्छानुदान राशि आवंटित की गई। विधायक की अनुशंसा में यह दर्शाया गया था कि यह राशि चंद्रशेखर गणोरकर और उनके परिवार को गरीबी के कारण दी गई है, जबकि यह एक सफेद झूठ है। हमारे पास मौजूद दस्तावेज़ों के अनुसार, चंद्रशेखर गणोरकर नगर पालिका परिषद, सौसर में मस्टर रोल कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें प्रतिमाह 11,721 रूपये का वेतन मिलता है। यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित करता है कि विधायक ने गरीबी का झूठा बहाना बनाकर जनता के पैसे का दुरुपयोग किया है। यह राशि कई अलग-अलग किश्तों में और नामों को बदलकर दी गई, जिससे इस पूरे लेन-देन पर संदेह गहराता है। इतनी कम अवधि में चंद्रशेखर गणोरकर के नाम पर 18 बार में 4.00 लाख चंद्रशेखर अशोक (नाम बदलकर) 15 बार में 2.85 लाख नीलिमा चंद्रशेखर के नाम पर 15 बार में 2.65 लाख नीलिमा गणोरकर (नाम बदलकर)26 बार में 4.80 लाख अनिल गणोकर के नाम पर 22 बार में 3.20 लाख इस प्रकार कुल 17.50 लाख का फ़र्जीवाडा किया ।

स्वेच्छानुदान में भ्रष्टाचार के मुख्य बिंदु:

निजी सहायक और परिवार को अनुचित लाभ : RTI से प्राप्त दस्तावेज़ों के अनुसार, विधायक विजय चौरे ने अपने निजी सहायक चंद्रशेखर गणोरकर के साथ-साथ उनकी पत्नी नीलिमा गणोरकर और भाई अनिल गणोरकर के खातों में स्वेच्छानुदान की राशि आवंटित की।

नाम बदलकर राशि का आवंटन: भाजपा ने इस बात पर विशेष रूप से ध्यान दिलाया है कि विधायक के निजी सहायक को ‘चंद्रशेखर गणोरकर’ और ‘चंद्रशेखर अशोक’ जैसे अलग-अलग नामों से राशि दी गई। इसी तरह, उनकी पत्नी को ‘नीलिमा गणोरकर’ और ‘नीलिमा चंद्रशेखर’ के नाम से राशि आवंटित की गई, जिससे यह साफ होता है कि इस पूरे मामले में पारदर्शिता का अभाव था।

पद का दुरूपयोग कर भ्रष्टाचार : कांग्रेस विधायक विजय चौरे का यह यह स्पष्ट रूप से एक भ्रष्ट आचरण है और विधायक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने निजी सहायक को अनुचित लाभ पहुंचाया। हमें इस बात का भी अंदेशा है कि यह राशि घूम फिरकर वापस विधायक विजय चौरे के पास ही आई है और उन्होंने इसका उपयोग निजी हित के लिए किया है।
दस्तावेजी तथ्यों के आधार पर स्पष्ट रूप से यह पूरा प्रकरण एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि का भ्रष्ट आचरण है , भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, लोक प्रतिनिधित्‍व अधिनियम, 1951 एवं भारतीय न्याय संहिता 2023 तथा अन्य प्रचलित कानूनों के प्रावधानों के तहत यह एक दंडनीय अपराध है।
हम इस मामले में माननीय उच्च न्यायालय ,लोकायुक्त , पुलिस विभाग सहित सभी उचित मंचों पर शिकायतें दर्ज करेंगे एवं एक निष्पक्ष व पारदर्शी जांच की मांग करेंगे । आज जो खुलासा किया गया है वह इस संगठित अपराध का सिर्फ पहला हिस्सा है। सूचना के अधिकार से प्राप्त अन्य जानकारी और बैंकिंग लेन-देन के दस्तावेज़ों का गहन अध्ययन जारी है, जिसके आधार पर जल्द ही इस मामले की अगली कड़ी का खुलासा भी किया जाएगा।

हम सभी जांच एजेंसियों से भी मांग करते हैं कि वे गणोरकर परिवार के सभी बैंक लेन-देन की गहनता से जांच करें और मनी ट्रेल को ट्रेस करें ताकि इस भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचा जा सके।

पत्रकार वार्ता का संचालन जिला उपाध्यक्ष सदन साहू ने किया। इस अवसर पर छिंदवाड़ा जिला महामंत्री विजय पांडे, पांढुर्णा जिला महामंत्री देवेंद्र गायकवाड़ , वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष रामकृष्ण वाकोडे , नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुरेखा इंदरचंद डागा , वरिष्ठ नेता हरीश बत्रा , मुन्ना कलाम, मंडल अध्यक्ष दर्शन झाड़े, प्रभाकर बोबडे , सदानंद डोंगरे श्री नामदेव पाल मंचासीन रहे

नागरिक अधिकार सुरक्षा परिषद (CRPC) मुंबई महाराष्ट्र टीमच्या वतीने मीरा-भाईंदर मध्ये पोलीस प्रशासन सोबत बजावली सेवा

मिरा भाईंदर : शहरातील विविध सार्वजनिक गणेश मंडळांकडून मोठ्या प्रमाणात गणेशमूर्तींची प्रतिष्ठापना करण्यात आली असून, ११ दिवसांच्या विसर्जनाच्या दिवशी हजारो गणेशभक्त जमतात. या पार्श्वभूमीवर कोणताही अनुचित प्रकार घडू नये यासाठी परिमंडळ १ च्या हद्दीत पोलिसांनी विशेष बंदोबस्त ठेवण्यात आला आहे.विसर्जनाच्या वेळी मिरवणुका काढण्यात येतात. मात्र, याच गर्दीचा गैरफायदा घेत काही समाजकंटक अनुचित प्रकार करत असतात.विशेषतः महिला आणि मुलींविरोधात होणार्‍या छेडछाडीच्या घटनांवर यंदा कठोर कारवाईचे धोरण राबवले जाणार आहे. पोलिसांनी अशा घटनांवर लक्ष ठेवण्यासाठी एकूण सात पथक तयार करण्यात आले असून त्यात प्रत्येकी चार कर्मचारी असणार आहेत. हे पथक महिलांचे दागिने चोरीला जाणे व छेडछाड यावर लक्ष देणार आहेत.याच बरोबर विसर्जन स्थळी कोणत्याही होकर्सला परवानगी देण्यात आले नसल्यामुळे अडथळा निर्माण होणार नाही. स्थानिक पोलीस ठाण्याचे देखील त्यांच्या हद्दीत व विसर्जन ठिकाणी बंदोबस्त असणार आहे. तसेच, मिरवणुकीदरम्यान होणार्‍या पाकीटमारांच्या हालचालींवरही पोलिसांची बारीक नजर राहणार आहे. गर्दीचा फायदा घेत चोरी करणार्‍या टोळ्यांवर लक्ष ठेवण्यासाठी सिव्हिल ड्रेसमध्ये पोलिसांची गुप्त पथके कार्यरत होती तसेच सीसीटीव्ही कॅमेर्‍यांच्या माध्यमातून देखील विसर्जन मिरवणूक मार्गावर सातत्याने नजर ठेवली होती.वाहतूक नियंत्रणासाठी विशेष व्यवस्था करण्यात आली आहे.

मिरा-भाईंदर-वसई विरार पोलीस कडेकोट पोलीस बंदोबस्त ठेवण्यात आला होता. एकूण ५ पोलीस उपायुक्त, ९ सहाय्यक पोलीस आयुक्त, २८० पोलीस अधिकारी, २३०० पोलीस अंमलदार, २०० होमगार्ड तसेच महाराष्ट्र सुरक्षा बलाचे २३० कर्मचारी, दोन स्ट्राइकिंग तसेच प्रत्येक परिमंडळामध्ये दंगल नियंत्रण पथकच्या तीन तुकड्या आणि एसआरपीच्या तीन तुकड्या तैनात होत्या
त्याचबरोबर पोलीस प्रशासना सोबत नागरिक अधिकार सुरक्षा परिषद(CRPC)चे महाराष्ट्र स्टेट डायरेक्टर श्री देवेंद्र वखारिया यांच्या मार्गदर्शनानुसार सी.आर.पी.सी अधिकारी गौरव शहा विशाल शहा सतीश जैन जितेंद्र गांधी जिगर पटेल यांनी अकरा दिवस पोलीस प्रशासनासोबत सेवा बजावल्याची माहिती सीआर.पी.सी स्टेट डायरेक्टर देवेंद्र वखारिया यांनी दिली.