नाग पंचमी के दिन मध्य प्रदेश की अमरनाथ (नागद्वारी) यात्रा का हुआ समापन ✳️6 लाख से अधिक भक्तों के जयकारों से पचमढ़ी बनी शिवधाम ✳️श्रावण मास में आयोजित होने वाली इस यात्रा में प्रशासन के 1400 से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारियों ने दिन रात की श्रद्धालुओ की सहायता ✳️सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में स्थित पद्मशेष नागद्वार मंदिर में वर्ष 2026 तक प्रवेश रहेगा प्रतिबंधित ➡️10 दिवसीय तक चलने वाली नागद्वारी तीर्थ यात्रा का हुआ समापन। अब अगले वर्ष नाग पंचमी के पूर्व 10 दिवसों के लिए खुलेगा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में स्थित अद्भुत एवं दिव्य पद्माशेष नागद्वारी मंदिर। लगभग 6 लाख से अधिक श्रद्धालु 10 दिवसीय चलने वाली इस अलौकिक यात्रा के साक्षी बने। दुर्गम रास्तों को पार करने के बाद सभी श्रद्धालुओं ने नागद्वारी दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। पूर्व वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अधिक संख्या में श्रद्धालु पचमढ़ी पहुंचे एवं अपने आराध्य नाग देवता के दर्शन करने के लिए 20 किलोमीटर लंबी कठिन यात्रा पुरी की। ढोल नगाड़ों की ताप पर नाचते एवं भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगाते हुए बड़े-बड़े एवं भारी त्रिशूल लिए भक्ति भाव में तल्लीन श्रद्धालुओं की अपने आराध्य के प्रति आस्था देखते ही बनती है। नागद्वारी मेले में इस वर्ष मानसून भी अधिक मेहरबान रहा। पूरी मेला अवधि के दौरान बारिश ने पचमढ़ी की वादियों को और अधिक खुशनुमा एवं दर्शनीय बना दिया जैसे श्रद्धालुओं ने अपने कैमरे में मध्य प्रदेश के इस एकमात्र हिल स्टेशन की यादों को हमेशा के लिए कैद कर लिया। साल में एक बार दर्शन देने वाले भगवान पदम शेष की आराधना करने से श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की विपत्तियां रोक नहीं सकी। नागद्वारी मेला पचमढ़ी 2025 इस वर्ष ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर केंद्रित रहा जिसमें प्रत्येक सेक्टर पॉइंट पर सफाई मित्रों ने पूरी तत्परता से काम करने के दौरान कचरे के निष्पादन के लिए गीले एवं सूखे कचरे का एकत्रीकरण कर मेले को स्वच्छ बनाए रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संपूर्ण नागद्वारी मेले के दौरान इस वर्ष लगभग 3 टन कचरे का निष्पादन किया गया। मेले को स्वच्छ रखने के इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए जिले की विभिन्न नगर पालिकाओं से आए स्वच्छता मित्र एवं एसटीआर ने मिश्रा ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर प्रत्येक दुकानों से कचरा को एकत्रित कर उसे पुनः रीसायकल करने एवं इसका निष्पादन करने के लिए गार्बेज कलेक्शन प्वाइंट तक निरंतर पहुंचाया। नागद्वारी मेले के सफल संचालन के लिए प्रशासनिक अमले के अधिकारी कर्मचारी भी दिन-रात श्रद्धालुओं की सहायता के लिए मेले में बनाए गए 16 सेक्टर पॉइंट में निरंतर अपनी सेवा देते रहे। इस वर्ष नागद्वारी मेले में राजस्व विभाग से 50, होमगार्ड एवं एसडीआरएफ के 87 जवानों की टीम, स्वास्थ्य विभाग के लगभग 50 चिकित्सीय स्टाफ, विभिन्न नगर पाली गांव से मिले को साफ सुथरा रखने के लिए पहुंचे लगभग 86 सफाई मित्र, पुलिस विभाग के लगभग 1 हजार जवान एवं अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी सहित कुल मिलाकर 1400 से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारी ने विषम परिस्थिति में भी नागद्वारी मेल 2025 के सफल संचालन में अपनी महती भूमिका निभाई। पूरा प्रशासनिक अमला श्रद्धालुओं की सहायता के लिए 24×7 तैनात रहा। मेले में स्वास्थ्य विभाग की टीम की भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रहती है जिसमें उनके द्वारा श्रद्धालुओं को आवश्यकता पड़ने पर किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सहायता प्रदान की गई। इस वर्ष नागद्वारी मेले में लगभग 600 से अधिक मरीजों को उपचार दिया गया। जिसमें कुछ मरीजों को तत्काल मेडिकल पॉइंट्स पर एवं आवश्यकता पड़ने पर मेले में तैनात एंबुलेंस के माध्यम से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाकर उन्हे चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई। पुलिस विभाग द्वारा भी मेले में वाहनों की व्यवस्थित पार्किंग, बड़े एवं मल्टी एक्सल वाहनों की आवाजाही को रोकना, वाहनों की सघन चेकिंग तथा अन्य सुरक्षात्मक बिंदुओं पर पूरी तत्परता से श्रद्धालुओं की सहायता की। पुलिस विभाग के अमले द्वारा पचमढ़ी नागद्वारी मेले में 10 दिनों तक निर्धारित किए गए रूट प्लान के अनुसार ही वाहनों की आवाजाही करवाई गई। पुलिस विभाग के जवानों द्वारा स्मार्ट मैनेजमेंट के द्वारा जलगली एवं महादेव पॉइंट तक आवश्यकता अनुसार वाहनों का संचालन करवाया गया। इस दौरान परिवहन विभाग ने भी पूरी सक्रियता के साथ नियमों का उल्लंघन करने वाले तथा ओवरलोड वाहनों की सघन जांच कर उन पर कार्यवाही की। इसी के साथ वाहनों के परमिट की भी लगातार जांच की गई एवं पूरे मेला अवधि के दौरान 800 से अधिक वाहनों की जांच की गई। जांच के दौरान यातायात नियमों का पालन न करने पर ओवरलोड तथा बिना परमिट के वाहन चलाने पर लगभग 31 हजार रुपए से अधिक की चालानी कार्यवाही भी की गई। परिवहन विभाग द्वारा पचमढ़ी तक किराया निर्धारित कर श्रद्धालुओं को निर्धारित किराए से अधिक राशि न देने के लिए भी जागरूक किया गया। वाहनों के अधिक दबाव को दृष्टिगत रखते हुए बड़े एवं मल्टी एक्सल वाहनों को मटकुली एवं पगारा में अस्थाई बस स्टैंड तक ही अनुमति प्रदान की गई जिससे कि पचमढ़ी क्षेत्र में किसी भी प्रकार यातायात प्रभावित न हो। मेले में परिवहन विभाग द्वारा उचित यातायात प्रबंधन तैयार कर मेले में सुचारू यातायात रखा गया। आबकारी विभाग द्वारा भी दालों का गठन कर निरंतर रूप से मेले में अवैध शराब के विरुद्ध कार्यवाही। इस दौरान विभाग द्वारा लगभग 350 लीटर हाथ भट्टी कच्ची शराब को जप्त किया गया। मेले में छावनी परिषद पचमढ़ी द्वारा भी साफ-सफाई, पेयजल आदि की व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया। परिषद द्वारा इस वर्ष नवाचार करते हुए विभिन्न सेक्टर पॉइंट के पास मोबाइल चार्जिंग स्टेशन तैयार किए गए। जिससे कि मेले में आए भक्तों को अपने मोबाइल फोन को चार्ज करने के लिए असुविधा का सामना न करना पड़े। पूरे मेला क्षेत्र में महाराष्ट्र से आए 40 से अधिक सेवा मंडल द्वारा भंडारों का आयोजन निरंतर किया गया एवं लगभग 800 छोटी बड़ी दुकान भी संचालित हुई जिसमें दुकानदारों द्वारा विभिन्न सामग्री का विक्रय किया गया। मेले में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरंतर भ्रमण कर मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। मेले में संभाग आयुक्त श्री कृष्ण गोपाल तिवारी, कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री सोजन सिंह रावत एवं एसडीएम पिपरिया श्रीमती अनीशा श्रीवास्तव ने निरंतर मेले की गतिविधियों की मॉनिटरिंग की साथ ही समय समय पर भ्रमण कर मेले की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। गत दिवस से कलेक्टर सोनिया मीना द्वारा भी पचमढ़ी पहुंचकर मेले की व्यवस्थाओं की निरंतर समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर द्वारा मेले का पैदल मार्ग से निरीक्षण कर श्रद्धालुओं से संवाद भी किया गया। इस दौरान कलेक्टर ने भारी बारिश के बीच विषम परिस्थितियों में मेले का सफल संचालन करने के लिए मेला ड्यूटी कर रहे समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उत्साहवर्धन भी किया। नागद्वारी यात्रा ऐतिहासिक दृष्टिकोण एवं अपने धार्मिक महत्व के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पर की जाने वाली इस धार्मिक यात्रा को प्रदेश की अमरनाथ यात्रा भी कहा जाता है जो कि वर्ष में केवल एक बार ही की जाती है। सभी श्रद्धालु एवं सेवा मंडल अब आगामी नागद्वारी यात्रा 2026 का पूरे श्रद्धा भाव से इंतजार करेंगे एवं प्रशासन के सहयोग से इसी प्रकार आगामी वर्ष भी यात्रा का आयोजन में इसी उल्लास एवं आस्था के साथ सम्मिलित होंगे।