Vipin Kumar Singh

आज प्रसिद्ध कथावाचक श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने प्रयागराज के महाकुम्भ मेला क्षेत्र में शांति सेवा शिविर का भूमिपूजन किया। यह शिविर महाकुम्भ 2025 में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति प्राप्त करने और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने को प्रेरित करेगा।

डिजिटल महाकुम्भ

महाकुम्भ में आरटीआई के पहलुओं को समझेंगे श्रद्धालु, डिजिटल माध्यमों से भी होंगे परिचित

महाकुम्भ के दौरान संगम की रेत पर पहली बार सूचना के अधिकारों के प्रति किया जाएगा जागरूक

महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को दी जाएगी आरटीआई के उपयोग की महत्वपूर्म जानकारी

उत्तर प्रदेश के सभी सूचना आयुक्त महाकुम्भ में रहेंगे उपस्थित, जनता के साथ करेंगे मंथन

लोगों को अपने अधिकारों का उपयोग करने के लिए करेंगे जागरूक, भ्रष्टाचार पर कसेगी नकेल

महाकुम्भनगर, 23 दिसंबर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान छेड़ रखा है उससे पूरे प्रदेश में जहां आम जनता ने राहत की सांस ली है तो वहीं अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय हुई है। योगी सरकार का प्रयास लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें। इसी क्रम में पहली बार महाकुम्भ के दौरान संगम की रेती पर लोगों को सूचना के अधिकार (आरटीआई) के प्रति जागरूक किया जाएगा। जनता को सूचना के अधिकार से जुड़े हर पहलू की जानकारी देने के लिए सभी सूचना आयुक्त महाकुम्भ के दौरान उपस्थित रहेंगे। इस दौरान वे श्रद्धालुओं को न सिर्फ आरटीआई के विषय में बताया जाएगा, बल्कि सूचना का अधिकार पाने के डिजिटल तरीके भी बताए जाएंगे।

डिजिटल एक्सपर्ट्स बताएंगे सुविधाओं के विषय में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार महाकुम्भ का इतने बड़े स्तर पर डिजिटलीकरण कर रहे हैं। पीएम और सीएम के इस अभियान को उत्तर प्रदेश के सूचना आयोग ने आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इसी योजना के अंतर्गत सभी सूचना आयुक्त चाहते हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में डिजिटल माध्यम से भी लड़ाई लड़ी जाए, तभी भ्रष्टाचारियों पर जीत हासिल करने में सुविधा होगी। इसके लिए डिजिटल माध्यम को हथियार बनाए जाने की जरूरत है। इसी क्रम में सूचना आयोग की ओर से महाकुम्भ मेला क्षेत्र में एक कैंप लगाया जाएगा, जिसमें डिजिटल एक्सपर्ट्स श्रद्धालुओं को गूगल, फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और वॉट्सएप के माध्यम से सूचना का अधिकार मिलने में होने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।

कोई नहीं कर पाएगा अधिकारों का हनन
उत्तर प्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त वीरेंद्र सिंह वत्स ने बताया कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त माहौल बनाने में आरटीआई एक मजबूत हथियार है। आम जनता के अधिकारों का हनन कोई न करने पाए, इसके तहत महाकुम्भ में भी आने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक करने की तैयारी की जा रही है। वीरेंद्र सिंह वत्स ने कहा कि यह पहला मौका होगा, जब महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को उनके अधिकारों की इतने वृहद स्तर पर जानकारी दी जाएगी। संगम की रेत पर पहली बार जनता को सूचना का अधिकार के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने जा रही है। यहां आए हुए लोग जानेंगे कि किस प्रकार से अपने अधिकारों का प्रयोग किया जाए। साथ ही, किसी भी तरह से होने वाले अन्याय के खिलाफ जनता के साथ सरकार मुस्तैदी से खड़ी है, इसकी भी उन्हें जानकारी दी जाएगी। यहां जनता को सूचना के अधिकार से जुड़े हर पहलू की जानकारी मिलेगी। महाकुम्भ नगर में जागरूकता के इस कार्यक्रम में सभी सूचना आयुक्त जनता के साथ मिलकर मंथन करेंगे। इसी के साथ आम लोगों की राय भी ली जाएगी। सूचना के अधिकार के और बेहतर इस्तेमाल के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस बारे में भी मुख्य सूचना आयुक्त के साथ सभी सूचना आयुक्त श्रद्धालुओं से मशविरा करेंगे।

किताबों के माध्यम से जगाई जाएगी रुचि
महाकुम्भ दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन बनने जा रहा है। इसमें देश और दुनिया ब्रांड यूपी का चमत्कार देखेगी। इसके लिए श्रद्धालुओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए राज्य सूचना आयोग की तरफ से भी अभियान चलाया जाएगा। इसमें विभिन्न किताबों के माध्यम से भी लोगों की रुचि जगाई जाएगी। बड़े पैमाने पर लोगों को आरटीआई के तहत मोटिवेट किए जाने की तैयारी है। वीरेंद्र सिंह वत्स ने बताया कि इन किताबों में सूचना के अधिकार से संबंधित सामग्री होगी, जिसका उपयोग करके आम लोग भी सूचना का अधिकार प्राप्त कर सकेंगे।

मिर्जापुर में ग्रीन आर्मी की महिलाओं को सम्मानित करने के लिए प्रशस्ति पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में राज्यपाल और अन्य विशिष्ट जनों ने भाग लिया।

महाकुम्भ में “दक्ष” पुलिस करेगी 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा

योगी सरकार महाकुम्भ 2025 के आयोजन के लिए विभिन्न आयामों से कर रही है तैयारी

कुम्भ मेला पुलिस, ड्यूटी में आये पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देने के साथ ही और परीक्षा के जरिए दक्ष बनाने पर दे रही जोर

कुम्भ मेला ड्यूटी के लिए आए पुलिस कर्मियों की तैयारियों को परखने के लिए ली जा रही है लिखित परीक्षा

परीक्षा में महाकुम्भ से संबंधित सवालों पर परखी जा रही पुलिस कर्मियों की नॉलेज

महाकुम्भ 2025 को दिव्य, भव्य और सुरक्षित सम्पन्न कराने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही तैयारी

महाकुम्भ नगर ,18 दिसंबर।
योगी सरकार महाकुम्भ 2025 के आयोजन के लिए विभिन्न आयामों से तैयारी कर रही है। महाकुम्भ 2025 की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार कुम्भ मेला पुलिस, ड्यूटी में आये पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण और परीक्षा के जरिए दक्ष बनाने के लिए नवीन प्रयोग कर रही है। इसी क्रम में पुलिस कर्मियों की तैयारियों को परखने और उन्हें हर चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से विशेष प्रशिक्षण सत्र और परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है।

किया जा रहा मूल्यांकन
प्रशिक्षण सत्रों में आपदा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, श्रद्धालुओं से व्यवहार और कुम्भ के धार्मिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं पर गहन जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण के बाद आयोजित लिखित परीक्षा में पुलिस कर्मियों की तत्परता का मूल्यांकन किया जा रहा है, ताकि महाकुम्भ के दौरान सुरक्षा और सेवा का सर्वोत्तम मानक सुनिश्चित किया जा सके। वहीं लिखित परीक्षा में प्रशिक्षण के दौरान बताए गए विभिन्न आयामों से संबंधित सवालों को पूछा जा रहा है जिसमें आपदा से बचने, श्रद्धालुओं से व्यवहार और कुंभ के धार्मिक और आध्यात्मिक पहलुओं से संबंधित प्रश्न पूछे जा रहे है। 

परफेक्ट बनाने का प्रयास
कुम्भ मेला मे आये पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के लिए पूरी तरह तैयार करने के लिए उनकी क्लास चलाई जा रही है और उनकी तैयारियों को परखने के लिए उनकी परीक्षा भी कराई जा रही है। एसएसपी कुम्भ मेला राजेश कुमार द्विवेदी के अनुसार कुम्भ मेला ड्यूटी में आने वाले सभी पुलिस कर्मियों के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण क्लास चलाई जा रही है। जो सुरक्षा, आपदा और व्यावहारिक पहलुओं जैसे विभिन्न आयामों पर आधारित है। इसके बाद क्लास में बताई गई जानकारी के अनुसार उनकी परीक्षा करायी जा रही है, जिसमे कुम्भ मेला में आपदा को पहचानना, आपदा की स्थिति में त्वरित समाधान , रास्तो की जानकारी ,कुम्भ की आध्यात्मिक एवं धार्मिक जानकारी, और भौगोलिक स्थितियों से संबंधित सवाल पूछे जा रहे है। 

20 सवालों पर हो रही परीक्षा
पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षण संदीप वर्मा ने बताया कि प्रश्नपत्र का प्रारूप बहुविकल्पीय है। 100 नंबर के प्रश्न पत्र में 20 सवाल पूछे जा रहे है। परीक्षा का समय एक घंटे निर्धारित है। परीक्षा में फेल होने पर उनको दोबारा तीन दिनों का प्रशिक्षण क्लास करने और परीक्षा देने का प्रावधान है। जिससे पुलिस कर्मी कुंभ में ड्यूटी करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाए।

तैयारी से खुश पुलिसकर्मी
कुशीनगर से आए इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद परीक्षा देने से हम लोगों को कुम्भ की भली-भांति जानकारी हो गई है। अब पुलिस मेले की ड्यूटी के लिए पूर्णतया तैयार है। ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर संजय कुमार चौबे ने बताया कि यहां आने पर महाकुम्भ के बारे में नई जानकारियां मिली है, जो ड्यूटी में सहायक होंगी। महिला कांस्टेबल स्वेतलाना मौर्य ने बताया कि पूरे पुलिस फ़ोर्स को इस तरह से ट्रेंड किया जा रहा है, जिससे असली परीक्षा महाकुम्भ के शुरू होने पर वे डिस्टिंक्शन नंबरो से पास हो जाए।

हर तरह से तैयार की जा रही फोर्स
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री प्रशांत कुमार ने बताया कि “महाकुंभ के दौरान पुलिसकर्मियों के लिये सभी तरह की ड्यूटी चुनौती पूर्ण होगी। इसके लिए पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण और परीक्षा के माध्यम से हर तरह से तैयार किया जा रहा है, जिससे वो अपनी ड्यूटी से भिज्ञ रहते हुए किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहें।”

महाकुम्भ-2025

श्रद्धालुओं व पर्यटकों को 300 बेड वाली डीलक्स डॉर्मेटरी में मिलेंगी उच्च स्तरीय सुविधाएं

-सीएम योगी के विजन अनुरूप महाकुम्भ मेला क्षेत्र में टेंट बेस्ड डीलक्स डॉर्मेटरी अकॉमोडेशन सुविधा उपलब्ध कराने पर हो रहा काम

-उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड ने शुरू की तैयारी, मुख्य तौर पर 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच होगा संचालन

-कुल 50 टेंटों की होगी इस प्रक्रिया के अंतर्गत स्थापना, इसमें 4 बेड वाले 20 टेंट, 6 बेड वाले 10 टेंट व 8 बेड वाले 20 टेंट्स की होगी स्थापना

-250 से लेकर 400 स्क्वेयर फीट एरिया में होगा प्रत्येक डीलक्स डॉरमेट्री टेंट का विकास, यूपीएसटीडीसी की वेबसाइट के जरिए किया जा सकेगा बुक

महाकुम्भनगर, 18 दिसंबर। तीर्थराज प्रयागराज की संगम नगरी में महाकुम्भ-2025 महापर्व के आयोजन को अब कुछ दिन ही शेष बचे हैं, ऐसे में योगी सरकार सारी तैयारियों को पुख्ता बनाने के कार्य में तेजी ला रही है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग तथा उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (यूपीएसटीडीसी) द्वारा मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर तीर्थयात्रियों व पर्यटकों के लिए टेंट सिटी की स्थापना की जा रही है। इसी क्रम में, अब यूपीएसटीडीसी द्वारा टेंट बेस्ड डीलक्स अकॉमोडेशन फैसिलिटी में इजाफा करते हुए अब महाकुम्भ मेला क्षेत्र में 300 बेड युक्त डॉर्मेटरी की स्थापना के कार्य को जल्द ही गति दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस 300 बेड वाली डीलक्स डॉर्मेटरी के अंतर्गत कुल 50 टेंटों की स्थापना होगी। इसमें से 4 बेड युक्त 20 टेंट, 6 बेड युक्त 10 टेंट तथा 8 बेड युक्त 20 टेंट्स की स्थापना होगी।

250 से लेकर 400 स्क्वेयर फीट का होगा प्रत्येक टेंट
महाकुम्भ मेला क्षेत्र में सीएम योगी की मंशा के अनुसार जिन टेंट सिटी का निर्माण व संचालन किया जा रहा है वह विदेशी पर्यटकों, विशिष्ट व अति विशिष्ट अतिथियों तथा आम तीर्थयात्रियों की जरूरतों के अनुसार विकसित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में, यूपीएसटीडीसी द्वारा जिस नए 300 बेड वाली डीलक्स डॉर्मेटरी की स्थापना व संचालन किया जाएगा उसमें प्रत्येक टेंट का व्यास 250 स्क्वेयर फीट से लेकर 400 स्क्वेयर फीट होगा। इन टेंट्स को भी यूपीएसटीडीसी द्वारा अरैल में स्थापित विला व सुपर डीलक्स टेंट्स के हिसाब से ही स्थापित व संचालित किया जाएगा जिससे इन टेंट्स में ठहरने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं के ग्रुप को एक साथ ठहरने व महाकुम्भ क्षेत्र में वर्ल्ड क्लास सुविधाओं का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।

टेंट्स में मिलेंगी कई प्रकार की सुविधाएं

  • इन टेंट्स में एसी, डबल बेड, मैट्रेस, सोफा सेट, कस्टमाइज्ड इंटीरियर्स, राइटिंग डेस्क, इलेक्ट्रिक गीजर, फायर एक्सटिंगुइशर्स, रजाई, ब्लैंकेट, मॉस्किटो नेट, वाईफाई, डाइनिंग एरिया व कॉमन सिटिंग एरिया, वेटिंग लाउंज व मीटिंग लाउंज जैसी सुविधाएं उपलब्ध होगी जो नदी किनारे सुखद पर्यावरणीय दृष्यों के अवलोकन का अनुभव प्रदान करेंगे।
  • वहीं, यूपीएसटीडीसी द्वारा इन टेंट्स को उपलब्ध कराने के अतिरिक्त संगम बोट राइड, सोफा बोट राइड, बनाना बोट राइड, क्रूज राइड समेत प्रयागराज संगम पर पूजन तथा प्रयागराज के धार्मिक व पौराणिक महत्व के तीर्थों के दर्शन के भी पैकेज उपलब्ध होंगे।
  • भोजन में यहां अतिथियों को टोस्ट, दूध-कॉर्नफ्लेक्स, मीठी दही, स्प्राउट्स, ताजे कटे फल, हॉट चॉकलेट शेक, पूड़ी-सब्जी, साउथ इंडियन कुजीन व विभिन्न प्रकार के पराठे, थाल व सब्जी तथा ग्रीन टी, मसाला चाय, सामान्य चाय व कॉफी जैसे पेय पदार्थ भी उपलब्ध होंगे।
  • इन पैकेज में योग, कल्चरल इवेंट्स की जानकारी उपलब्ध कराना भी सम्मिलित होगा। मुख्य तौर पर इन टेंट्स का संचालन मुख्य तौर पर 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच होगा।
  • जल्द ही इन टेंट डॉर्मेटरी की बुकिंग, पैकेज व विवरण संबंधी अधिक जानकारी यूपीएसटीडीसी की वेबसाइट व महाकुम्भ मेला ऐप पर भी उपलब्ध होगी।

महाकुम्भ – 2025

परेड ग्राउण्ड स्थित त्रिवेणी बाजार में दुकानों का आवंटन

   सर्व साधारण को सूचित किया जाता है       
   कि-
  1. महाकुम्भ – 2025 में परेड ग्राउण्ड स्थित त्रिवेणी बाजार में खुली बोली के माध्यम से दुकानों के आवंटन हेतु रजिस्ट्रेशन दिनांक 19.12.2024 से प्रारम्भ होकर दिनांक 22.12.2024 तक किया जा सकता है।
  2. रजिस्ट्रेशन अस्थाई मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित काउण्टर पर उपस्थित होकर कराया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के समय दुकानदार/फर्म का वैध आई०डी० प्रूफ (यथा- आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेन्स आदि) जमा करना अनिवार्य होगा ।
  3. एक दुकानदार/फर्म द्वारा मात्र एक दुकान हेतु रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा एवं एक दुकान के लिये रू० 20,000/- की जमानत धनराशि रजिस्ट्रेशन के समय जमा करनी होगी, जिसकी प्राप्ति रसीद बोली के समय प्रस्तुत करना होगा ।
  4. दुकान का आवंटन दिनांक 23.12.2024/ 24.12.2024 को प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अस्थाई कार्यालय मे आयोजित खुली बोली में सम्मिलित होकर उच्चतम बोली बोलकर प्राप्त किया जा सकेगा ।
  5. किसी दुकानदार/फर्म को खुली बोली के माध्यम से किये गये दुकानों के आवंटन में कोई भी दुकान आवंटित न होने की दशा मे उसके द्वारा जमा की गयी जमानत धनराशि वापस कर दी जायेगी ।
  6. दुकानों के आवंटन एवं बोली हेतु विस्तृत नियम व शर्तें रजिस्ट्रेशन के समय देखी जा सकेंगी। यह जानकारी अपर मेलाधिकारी-श्री दयानन्द प्रसाद जी ने दी है।

मिर्जापुर

शॉर्ट सर्किट से मकान में लगी, दो लोगों को ज़िन्दा जलकर हुई मौत

पक्का मकान में सिलाई का काम कर रहे दो व्यक्तियों की जिंदा जलकर हुई मौत

सुबह देर तक दरवाजा न खुलने से बगल में चाय की दुकान लगाई महिला को हुआ शक

आसपास के लोगों ने पुलिस को दी सूचना, मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खुलवाया तो अंदर रह रहे दो व्यक्तियों का मिला जला हुआ शव

आग लगने से बृजलाल निराला 55 वर्ष और कल्लू 65 वर्ष की जलकर हुई मौत, दोनो व्यक्ति किराए पर मकान लेकर सिलाई का करते थे काम

पुलिस के अनुसार कपड़ा प्रेस करते वक्त शॉर्ट सर्किट की वजह से हुआ हादसा

मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर जांच और कार्यवाही में जुटी

ड्रामडगंज थाना क्षेत्र के दुर्जनीपुर गांव की घटना

mahakumbh2025

महाकुंभ पर संगमनगरी आने वाले लोगों को अब इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद उन्हें संगम कैसे जाना है। प्रयागराज में कौन-कौन से मंदिर एवं पर्यटन स्थल आदि हैं। ये सब जानकारियां स्टेशनों पर लगे इनफॉरमेशन कियोस्क की स्क्रीन टच करते ही चंद सेकंड में ही मिल जाएंगी। महाकुंभ को लेकर रेलवे इस बार एक विशेष व्यवस्था करने जा रहा है। पहली बार रेलवे स्टेशनों पर डिजिटल कुंभ रेल सेवा इनफॉरमेशन कियोस्क लगाए जा रहे हैं। इससे बाहर से आने वाले यात्रियों को संगमनगरी से जुड़ी जानकारियां आसानी से मिलेंगी। खास बात यह है कि इसके माध्यम से हिंदी ही नहीं, बल्कि अंग्रेजी, उड़िया, बंगाली, मराठी, तमिल, गुजराती समेत 12 क्षेत्रीय भाषाओं में यात्री ट्रेनों आदि की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। कियोस्क में लगी टच स्क्रीन से स्टेशन पर मौजूद यात्री सुविधाएं, संगम जाने का रास्ता, शहर के अन्य स्टेशनों की दूरी, ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान, हेल्प लाइन, महाकुंभ के बारे में जानकारी, खोया-पाया केंद्र, स्नान पर्व की तिथि, रेल टिकट बुकिंग आदि की सुविधाएं रहेंगी।
प्रयागराज जंक्शन लगा पहला कियोस्क
कियोस्क से यात्री गूगल नेविगेशन के माध्यम से अपने गंतव्य स्थान का रास्ता भी खोज सकते हैं। फिलहाल, इस तरह का पहला कियोस्क प्रयागराज जंक्शन पर लगाया गया है। हालांकि, अभी इसे इस्तेमाल में नहीं लाया जा रहा है। अभी इस तरह के 15 से 20 कियोस्क प्रयागराज जंक्शन समेत, सूबेदारगंज, प्रयागराज छिवकी एवं नैनी स्टेशन पर भी लगाए जाएंगे।

मिर्जापुर कछवां। क्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी सेना के शहीद जवान चंद्र प्रकाश पटेल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचने पर श्रद्धांजलि देने के लिए भारी संख्या में गांव एवं आसपास के लोग उमड़े। वहीं शहीद जवान का शव पहुंचते ही घर परिवार में कोहराम मच गया। राजकीय सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी जा रही है। राजस्थान के सूरजगढ़ में 99 बटालियन में चंद्र प्रकाश तैनात थे। बटालियन में अभ्यास के दरमियान बारूद फटने से उनकी मौत हो गई थी।